
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जुलाई 2025 की अर्जेंटीना यात्रा अपने आप में इतिहास थी — यह 57 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा थी, और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ के प्रतीक पर आयोचित हुई। इस यात्रा ने सिर्फ राजनयिक कूटनीति तक सीमित नहीं रही, बल्कि रणनीतिक सहयोग, डिजिटल नवाचार, ऊर्जा सुरक्षा, खानिज संसाधन, कृषि, स्वास्थ्य, और संस्कृति जैसे क्षेत्रों में नए मार्ग प्रशस्त किए हैं।
🏛️ औपचारिक स्वागत एवं कूटनीतिक दृष्टि
- मोदी का एज़ीज़ा एयरपोर्ट पर शानदार स्वागत हुआ और उन्हें कैसर रोजाडा में राष्ट्रपति हैवियर मेलेई से गर्मजोशी से मिलवाया गया ।
- प्रधानमंत्री ने जहां महात्मा गांधी, रवींद्रनाथ टैगोर और अर्जेंटीना के रक्षक जनरल जोस डे सैन मार्टिन को श्रद्धांजलि अर्पित की, वहीं उन्हें सांस्कृतिक सौहार्द के प्रतीक “Key to the City of Buenos Aires” से भी सम्मानित किया गया (The Times of India)।
🔧 बहुपक्षीय रणनीतिक समझौते: कारोबार से डिजिटल तक
1. रणनीतिक साझेदारी – एक व्यापक दृष्टि
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मेलेई ने रणनीति एवं ऊर्जा सुरक्षा के साथ-साथ रक्षा, परमाणु ऊर्जा, कृषि, विज्ञान एवं तकनीक, अंतरिक्ष, रेलवे, फार्मा और खेल समेत 18 प्रमुख क्षेत्रों में गहन सहयोग तय किया (Press Information Bureau)।
2. खनिज पदाधिकार व ऊर्जा सहयोग
- लोकहितकारी लिथियम व तांबे की खोज-खानी के लिए MoU पर हस्ताक्षर हुए — भारत के ईवी और स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों हेतु वरदान ।
- अर्जेंटीना की विशाल शेल गैस व LNG संसाधनों को भारत ने ऊर्जा विविधकरण के विकल्प के रूप में पाया ।
3. व्यापार विस्तार और आर्थिक बहुरूपता
India–MERCOSUR प्राथमिक व्यापार समझौते का विस्तार: भारत और अर्जेंटीना दोनों ने कृषि, दवा, प्रसंस्कृत खाद्य, डेयरी, और अनाज जैसे क्षेत्रों में नए अवसर तलाशने पर सहमति जताई (Press Information Bureau)।
4. डिजिटल नवाचार में सहयोग
- अंतरराष्ट्रीय डिजिटल अर्थव्यवस्था के लिए UPI प्रणाली को अपनाने पर सहमति: अर्जेंटीना ने डिजिटल पेमेंट सिस्टम में भारत का साथ देने की ओर पहला कदम बढ़ाया (Republic World)।
- आधार, डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में भी सहयोग को हरी झंडी मिली ।
5. दवाओं में सहयोग व नियामक संरेखण
- मोदी ने जोर दिया कि भारत की किफायती एवं गुणात्मक औषधियाँ अर्जेंटीना में सुगम एवं सुलभ हों — इसके समर्थन में नियामक ढाचे में बदलाव पर चर्चा हुई ।
6. आतंकवाद के प्रति प्रतिबद्धता
- दोनों राष्ट्रों ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और पाहलगाम हमला के बाद अर्जेंटीना द्वारा भारत को समर्थन देने की सराहना की ।
💬 प्रधानमंत्री के मुखर संदेश
- “अर्जेंटीना लैटिन अमेरिका का प्रमुख आर्थिक साझेदार और G20 में घनिष्ठ साथी है,” मोदी ने बयान दिया ।
- उन्होंने कहा, “हम कृषि, महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन, प्रौद्योगिकी और निवेश में पारस्परिक लाभकारी सहयोग को और आगे बढ़ाएंगे” (m.economictimes.com)।
- “भारत की दवाओं में गुणवत्ता और किफ़ायत है — हमें नियामक बाधाओं को कम करना होगा,” मोदी ने स्पष्ट किया ।
- Global South की आवाज़ को मजबूत करने का आह्वान भी उन्होंने किया ।
📝 समझौतों की रूपरेखा
क्षेत्र | MoU / समझौता |
---|---|
खनिज (लिथियम, तांबा) | अन्वेषण व खनन MoU |
कृषि | संयुक्त कार्य समूह बनाया गया |
डिजिटल-पेमेंट (UPI) | प्रारंभिक समझौता हुआ |
Pharamaceuticals | नियामक सहयोग पर सहमति |
प्रधानमंत्री मोदी की अर्जेंटीना यात्रा सिर्फ एक औपचारिक दौरा नहीं थी — यह रणनीतिक संवाद, आर्थिक जत्था, तकनीकी क्रांति और सांस्कृतिक संगम का समागम थी। इस इतिहास-घटित यात्रा ने भारत और अर्जेंटीना की साझेदारी को इलेक्ट्रिक वाहनों और डिजिटल भुगतान से लेकर दवा और कृषि तक गहराई दी। यह केवल दूरी कम करने वाली यात्रा नहीं, बल्कि दिलों, दिमाग और भविष्य को जोड़ने वाली पहल थी।